ओ मेरे सांवरिया इक अर्ज़ी है सुनले



ओ मेरे सांवरिया इक अर्ज़ी है सुनले
भक्ति चाहूँ तेरी अपनी भक्ति दे दे !

चरणों में तेरे पड़ा मैं रहूं खड़ा मैं रहूं
करूँ वंदना सदा मैं तेरी
ओ मेरे सांवरिया..............

जोगी हूँ चरणों का तेरे मैं सांवरिया
दुनिया कहती है मुझको तेरा बावरिया
खाटू जो आऊं न दिल घबराये
दिल घबराये मुझको चैन ना आये
खाटू वाले विनती सुनले
चरणों में तेरे पड़ा मैं रहूं खड़ा मैं रहूं
करूँ वंदना सदा मैं तेरी
ओ मेरे सांवरिया..............

मुझको तो आस और विश्वास है तेरा
दुनिया में तू ही इक सरकार है मेरा
चौखट तेरी सांवरिया मुझे मिल जाए
मेरे दिल की बगिया का फूल खिल जाए
खाटू वाले विनती सुनले
चरणों में तेरे पड़ा मैं रहूं खड़ा मैं रहूं
करूँ वंदना सदा मैं तेरी
ओ मेरे सांवरिया..............

हारा हुआ हूँ मैं सहारा चाहिए
मेरी नैया को बस किनारा चाहिए
दिल की इच्छा है तेरी सेवा कर पाऊं
सेवा कर पाऊं तेरे भजन सुनाऊ
खाटू वाले पिंटू बोले
खाटू वाले विनती सुनले
चरणों में तेरे पड़ा मैं रहूं खड़ा मैं रहूं
करूँ वंदना सदा मैं तेरी
ओ मेरे सांवरिया..............

ओ मेरे सांवरिया इक अर्ज़ी है सुनले
भक्ति चाहूँ तेरी अपनी भक्ति दे दे !

o-sanwariya-ik-arji-hai-sunle

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

कन्हैया हमे तुम भुला तो न दोगे तड़पने की हम को सजा तो न दोगे,

साँसों का क्या भरोसा रुक जाए कब कहाँ पर

बिन पिये नशा हो जाता है जब सुरत देखू मोहन की